रूद्रप्रयाग:जब डबल इंजन की सरकार ने नही सुनी पुकार तो लुठियाग खल्वा के लोगों ने श्रमदान से पुल बनाकर किया तैयार : देखें वीडियो
:जय हो नगेला देवता समिति ने भी दिया पुल के लिए अंशदान
: बारिश में नदी का रहता इतना उफान की ख़तरे में रहती मासूमों की जान
:भारी बारिश के चलते हफ्तों तक नहीं जा पाते हैं स्कूल
:बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पहले बेटियों के स्कूल जाने के लिए रास्ता बनवाओ: ग्रामीण
नीलम कैंतुरा: रैबार पहाड़ का
जखोली:जब शासन प्रशासन जनप्रतिनिधियों से लोग हार मान जाते तब पहाड़ के लोग खुद कुदाल फावड़ा लेकर खुद ही अपने लिए रास्ता तैयार करते हैं हर पांच साल में चुनाव आते हैं और नेता जनप्रतिनिधि वादा करके अपना उल्लू सीधा करते लेकिन जनता ठगी की ठगी रह जाती है ऐसा ही कुछ देखने को मिला जनपद रूद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक के ग्राम सभा लुठियाग का खल्वा नाम तोक हैं जहां आज भी लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए दरदर भटक रहे हैं 35 परिवार हैं टोटल 25 बच्चे गाड गदेरे घने जंगलों के बीच में जान हथेली पर रखकर स्कूल जाते हैं,आलम यह है कि जिस गदेरे को पार करते हुए मासूम स्कूल जाते वहां पुल की तक की सुविधा नहीं है क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों को बार बार कहनें पर उनके कान में जूं तक नहीं रेंगा और जनप्रतिनिधियों ने सिर्फ अश्वासन दिया जब लोगों ने शासन प्रशासन से निराशा हाथ लगी तो लुठियाग खल्वा के लोगों ने हिम्मत ना हारी बल्कि अपने अंदर का जूनून जगाया और उनहोंने सरकार को आईना दिखाते हुए खुद अपने संसाधनों और गांव के प्रत्येक व्यक्ति से चंदा जुड़ाकर मात्र 15 साढ़े तीन मीटर दिन के कम समय में पुल बनाकर तैयार कर दिया पुल निमार्ण के लिए प्रत्येक परिवार के एक आदमी ने श्रमदान किया और इतना ही नहीं अपनी खून पसीना की एक एक पाय जोड़कर चंदा इकट्ठा किया और पुल का निमार्ण पूरा कर दिया जब इस बात को लेकर रैबार पहाड़ का टीम ने ग्राम सभा प्रधान दिनेश कैंतुरा से संपर्क किया तो उन्होंने कहा कि हमने पुल के लिए प्रस्ताव आगे ब्लॉक में भेजा है जबकि वार्ड मेंबर भगवान सिंह मेहरा ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि कई बार प्रस्ताव भेजने के बाद भी ना ग्राम प्रधान ने और ना प्रशासन जनप्रतिनिधियों ने इस बात को गंभीरता से लिया जिसके चलते हमने निर्णय लिया कि हम सब लोग मिलकर खुद पुलिया का निर्माण करेंगे और आज पुलिया का निर्माण हो गया। पूर्व उप प्रधान खजान मेहरा ने कहा कि बार बार कोशिश की लिखित दिया लेकिन किसी ने गंभीरता से नहीं लिया हमने रुद्रप्रयाग की जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह से फोन पर बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया अब देखना होगा की इस खबर के बाद शासन प्रशासन का क्या रुख रहता है।