गर्मी का मौसम शुरू होते ही उत्तराखंड में जंगलों के धधकने का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। कई इलाकों में जंगलों में लगी आग से तापमान बढ़ गया है। मैदान से लेकर पहाड़ भी तपने लगे हैं। उधर, पहाड़ों में बढ़ती गर्मी के कारण बर्फ पिघलने और हिमस्खलन का खतरा बढ़ गया है। इस बीच मौसम विभाग ने नौ तारीख से लेकर 12 तारीख तक पर्वतीय जिलों में तापमान के सामान्य से बहुत अधिक रहने की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग की ओर एडवाइजरी भी जारी की गई है।
मौसम विभाग की मानें तो राज्य में गर्मी के ये तेवर 18 साल बाद दिख रहे हैं। अभी तेज़ गर्मी के दो महीने और बाकी हैं, ऐसे में प्रचंड गर्मी से चौतरफा नुकसान के हालात बनते हुए नज़र आ रहे हैं। गर्मी से फसलों और सब्जियों को नुकसान होने की आशंका जताई जा रही है। बता दें कि मार्च के महीने में औसत बारिश से इस साल 96 फीसदी से ज़्यादा की कमी रही। ऐसे में पिछले एक हफ्ते में गर्मी के रिकॉर्ड टूट गए हैं। यही कारण है कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड में गर्मी से सतर्क रहने की ज़रूरत को लेकर हिदायतें दी जा रही हैं।