थराली मोहन गिरी
एक ओर जहां सरकार उत्तराखंड की सड़कों को गड्ढामुक्त कराने के प्रयासों में जुटी है वहीं सड़क निर्माणदायी एक अन्य संस्था npcc पीछे-पीछे सड़क भारी-भरकम पोकलेन मशीन के जरिए सड़क को खोदने का काम कर रहा है और सड़क अपनी पुरानी स्थिति पर ही पहुंचने लगी हैं। हालांकि समय रहते पीएमजीएसवाई के अभियंताओं ने सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने वाली मशीन एवं ट्राले को अपने कब्जे में लेकर कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी हैं।
दरअसल पिछले दो-तीन महीनों से पीएमजीएसवाई की कर्णप्रयाग डिवीजन के द्वारा देवाल-सुयालकोट-खेता मोटर सड़क को गड्डा मुक्त किए जाने के तहत सड़क का डामरीकरण का कार्य किया जा रहा हैं। पिछले दिनों एनपीसीसी के द्वारा निर्माणाधीन सुयालकोट-मोपाटा मोटर सड़क पर बड़ी मशीन का काम समाप्त होने पर ठेकेदार के द्वारा पौकलेंड मशीन को वापस ले जाने के चलते इस मशीन को बड़े ट्राला से शिफ्ट करने के बजाय सुयालकोट किमी 12 से 8 तक पेंटेट सड़क से चला कर वापस लाया जा रहा था। जिसके कारण जगह-जगह पर सड़क पर की गई पेंटिंग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई हैं सड़क को क्षति पहुंचने से गुस्साए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने रोष व्यक्त करते हुए पीएमजीएसवाई के कर्णप्रयाग डिवीजन के अधिकारियों को जानकारी दी जिस पर हरकत में आते हुए साइड के इंचार्ज कनिष्ठ अभियंता नवीन जोशी सड़क पर पहुंचे तो उन्होंने सड़क पर हुई क्षति को देखते हुए उस पौकलेंड मशीन जिसे ठेकेदार के लोगों के द्वारा आनन-फानन में एक ट्राले में चढ़ा दिया था उसे अपने कब्जे में लेकर देवाल टैक्सी स्टेंड़ में खड़ा करवा दिया हैं। कनिष्ठ अभियंता नवीन जोशी ने बताया कि क्षति का आंकलन किया जा रहा हैं और उसके बाद ही अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
वहीं थानाध्यक्ष थराली बृजमोहन सिंह राणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस द्वारा पौकलेंड मशीन और ट्राले दोनों को ही फिलहाल सीज कर दिया गया है साथ ही उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि संबंधित के पास पौकलेंड मशीन के किसी भी तरह के वैध दस्तावेज मौके पर नहीं मिल सके हैं और उक्त पौकलेंड मशीन द्वारा pmgsy की सड़क को भी क्षति पहुंचाई गयी है लिहाजा दोनों ही वाहनों पौकलेंड यथा ट्राले को सीज कर कानूनी कार्यवाही की जा रही है