गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी का 20 शदी का गीत 21 वी शदी में स्याळी रामदेई’ एक दिन में मिले 2 लाख व्यूज और 23 लाइक
देहरादून, उत्तराखण्ड़ की संस्कृति और गीतों की पहचान जन-जन के लोकप्रिय गीतकार और गायक नरेंद्र सिंह नेगी जी स्वस्थ होने के बाद लगातार अपनी गीतों की रचना कर रहे हैं, जहां उनहोंने क्वीत बात होली,बाद बिजोरा जैसे गीतों को युवाओं के लिए गाया जो बहुत लोकप्रिय हुए हैं, लेकिन इस बार प्रख्यात लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी ने 20 वी शदी का गीत 21 वीं शदी में गाया जो काफी लोकप्रिय हो रहा है, और इसकी लोकप्रियता कितनी है आप खुद ही व्यूज देखकर समझ जाओंगे,मात्र 24 घंटे में 2 लाख 9 हजार लोगों ने देखा और 23 हजार लोगों ने पसंद किया।
प्रख्यात लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी के नए गढ़वाली गीत ‘स्याळी रामदेई’ का वीडियो विगत दिनों लॉन्च हुआ। बकौल नेगीदा यह उस पीढ़ी का प्रतिनिधि गीत है, जिसके लिए अब नहीं लिखा जा रहा है। उन्होंने नई पीढ़ी के गीतकारों और गायकों को गीतों की संख्या की बजाए स्तरीय गीत रचने का संदेश भी दिया है।
हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में आयोजित कार्यक्रम के दौरान नरेंद्र सिंह नेगी ने अपने नए गढ़वाली वीडियो गीत ‘स्याळी रामदेई’ के पोस्टर को रिलीज किया गया , साथ ही यूट्यूब पर उनका यह गीत भी लॉन्च हो गया। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी में पेश उनका यह गीत 20वीं सदी के कथानक पर आधारित है।
उन्होंने कहा कि जिस पीढ़ी के लिए अब गीत नहीं लिखे जा रहे हैं, वह उनके लिए लगातार लिखना चाहते हैं। यह एक कलाकार का दायित्व भी है। इसबीच नेगीदा ने अपने चार दशक लंबे कैरियर को भी याद किया। कहा वह लगातार काम करते रहना चाहते हैं।
नेगीदा ने नई पीढ़ी के कलाकारों के बेहतर काम और नई तरह के गीत लाने की सराहना की। साथ ही उन्हें स्तरीय गीत रचने का संदेश भी दिया। कहा कि समाज की स्वीकृति तभी मिल सकती है, जब गीतों की संख्या की बजाए स्तर पर अधिक फोकस हो।
नए गढ़वाली गीत ‘स्याळी रामदेई’ के वीडियो का निर्देशन उनके पुत्र कविलाश नेगी ने किया है। कार्यक्रम में उनकी पत्नी उषा नेगी, साहित्यकार नंदकिशोर हटवाल, , वरिष्ठ पत्रकार राजू गुसाईं, गणेश खुगसाल गणी, सोहन चौहान, अभिनेता वेदप्रकाश वेदवाल और गीत की पूरी टीम भी मौजूद रही।