जम्मू के पहलगाम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की बस दुर्घटना में घायल हुए चंपावत के सूबेदार मेजर नंदन सिंह ने बीते रोज दिल्ली के अस्पताल में उपचार के दौरान अंतिम सांस ली। उनके शहीद होने की खबर से उनके घर में कोहराम मच गया। वहीं जब आज बुधवार को उनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा तो परिजन ताबूत से लिपटकर ही रोने लगे। शहीद की अंतिम विदाई के दौरान पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया। शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए पूरा गांव उमड़ पड़ा। इस दौरान आईटीबीपी जवानों द्वारा मातमी धुन बजाकर सैनिक सम्मान किया गया। इससे पहले शहीद का जम्मू स्थित आईटीबीपी कैम्प व आईटीबीपी मुख्यालय दिल्ली में श्रद्धाञ्जली दी गयी। जिसके बाद पूरे सैन्य सम्मान के साथ शहीद सूबेदार मेजर नंदन सिंह का अंतिम संस्कार किया गया है ।
बता दें कि उत्तराखंड के चम्पावत स्थित देवीधुरा के पखोटी गांव के निवासी सूबेदार मेजर नंदन सिंह चम्याल (50) आईटीबीपी की चौथी बटालियन में अरुणाचल प्रदेश में तैनात थे। डेढ़ महीने से उनकी ड्यूटी अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा में थी। अमरनाथ यात्रा की ड्यूटी के बाद चंदनवाड़ी से पहलगाम जाते समय बस खाई में गिरने से सूबेदार मेजर नंदन सिंह गंभीर घायल हो गए थे। सोमवार को उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ा।