उत्तराखंड में आज से दो दिवसीय वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आगाज हो गया है। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। इस दौरान सबसे पहले अडानी ग्रुप ने उत्तराखंड में बड़े निवेश का एलान किया। वहीं, जिंदल ग्रुप, बाबा रामदेव और आईटीसी के एमडी संजीव पुरी ने प्रदेश में निवेश के बड़े एलान किए।
निवेशक सम्मेलन में पहुंचे अडानी एंटरप्राइज के निदेशक प्रणव अडानी ने आमंत्रित करने के लिए प्रदेश सरकार का आभार व्यक्त किया। कहा कि देहरादून आना हमेशा सौभाग्य की बात होती है, जो मेरे ह्रदय में विशेष स्थान रखता है। साथ ही कहा कि उत्तराखंड की भूमि लैंड ऑफ गॉड है। राज्य में निवेश को लेकर पिछले पांच साल से यहां अप्रत्याशित बदलाव हुए हैं। सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन और सीमेंट फैक्ट्री के क्षेत्र में हम उत्तराखंड में मौजूद हैं।
इन क्षेत्रों में करेंगे निवेश
अम्बुजा सीमेंट के रुड़की प्लांट की क्षमता बढ़ाने के लिए 300 करोड़।
कुमाऊं में 800 करोड़ से हम स्मार्ट बिजली मीटर लगाने जा रहे हैं।
पंतनगर में 1000 एकड़ भूमि पर एयरोसिटी बनाएंगे।
ऋषिकेश देहरादून के बीच 1400 करोड़ ग्राइंडिंग यूनिट पर खर्च करेंगे।
200 स्टेट की बसें सीएनजी से चलाएंगे।
जिंदल ग्रुप ने किया ये एलान
जेएसडब्ल्यू के एमडी सज्जन जिंदल ने भी उत्तराखंड में बड़े निवेश का एलान किया। उन्होंने कहा कि हमारा सौभाग्य है कि हमें ऐसे प्रधानमंत्री मिले जिन्होंने हमारे देश की काया पलट कर दी है।
इन क्षेत्रों में होगा निवेश
उत्तराखंड में पांच या छह साल में 1500-1500 मेगावाट के दो पंप स्टोरेज प्लांट लगाएंगे। 15 हजार करोड़ से ऊपर का खर्च होगा और हजारों को रोजगार देगा।
हमने केदारनाथ में क्लीन केदारनाथ प्रोजेक्ट शुरू किया है। प्लास्टिक वेस्ट के लिए, जो तीर्थ यात्री प्लास्टिक बोतल वेंडिंग मशीन में देंगे, उन्हें 10 रुपये मिलेंगे। इसी साल शुरू किया है।
केदारनाथ में इस प्रोजेक्ट की सफलता के बाद हम अन्य धार्मिक स्थलों पर भी इसे लगाएंगे