जखोली। गढ़वाली भाषा के सुप्रसिद्व कवि परिवहन कर अधिकारी अनिल नेगी व शिक्षक गिरीश बडोनी द्वारा सम्पादित पुस्तक किसम किसमा किस्सा का गढरत्न नरेन्द्र सिंह नेगी व साथियों द्वारा लोकार्पण किया गया है।
मंगलवार को देहरादून के शिक्षाकूंर द ग्लोबल स्कूल में आयोजित लोकार्पण समारोह में गढरत्न नरेन्द्र सिंह नेगी ने कहा कि गढ़वाली साहित्य व संस्कृति से जुड़ी विशिष्ठ हस्तियों के जीवन पर आधारित गढ़वाली किस्सों की पोथी किसम किसमा किस्सा पुस्तक गढ़वाली भाषा के संरक्षण व प्रचार प्रसार में कारगर साबित होगी। उन्होंने पुस्तक सम्पादक नेगी व बडोनी द्वारा गढ़वाली भाषा के प्रचार प्रसार में लगे विभिन्न गढ़वाली साहित्यकारों व कवियों के जीवन पर आधारित किस्सों को नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक पहल बताया है। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता साहित्यकार आचार्य सच्चिदानंद जोशी ने करते हुए पुस्तक गढ़वाली भाषा के संरक्षण में लिए मील का पत्थर बताया है। इस अवसर पर नागेन्द्र इंका बजीरा के प्रधानाचार्य शिव सिंह रावत ने बताया कि यद्यपि गढवाली साहित्य में इससे पूर्व भी किस्सों की पुस्तक बुलाक नाम से प्रकाशित हुई है,किन्तु विभिन्न गढवाली साहित्यकारों व संस्कृति से जुड़ी हस्तियों के जीवन पर आधारित किस्सों की ये पहली पोथी है। इस मौके पर पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती,धर्मेन्द्र नेगी,बीना बेंजवाल,डा.जेपी नवानी आदि ने पुस्तक की समीक्षा की। पुस्तक के सम्पादक अनिल नेगी व गिरीश बडोनी ने अतिथियों का धन्यवाद एवं रचना जोशी व गिरीश सुन्दरियाल ने संयुक्त रुप से कार्यक्रम का संचालन किया है।