युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा आयोजित अनिश्चितकालीन धरने का दूसरा दिन था, जिसमें बड़ी संख्या में सभी दलों और समाज के विभिन वर्गों के लोगों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया साथ ही अंकिता हत्याकांड में छुपे वीआईपी के नाम को उजागर करने व विधानसभा बैकडोर भर्ती में दोषी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्री पद से बर्खास्त कर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल सहित अन्य दोषियों पर जॉंच कर क़ानूनी कार्रवाई की माँग को लेकर धरना देकर अपना रोष प्रकट किया । कार्यक्रम की शुरुआत और समापन जनगीत के साथ किया गया ।
धरने पर प्रतापनगर विधायक विक्रम सिंह नेगी ने धरने को अपना समर्थन देते हुऐ कहा कि आज पूरे प्रदेश में क़ानून व्यवस्था बहुत बुरी तरह से ख़राब हो चुकी है अंकिता के पिता को न्याय माँगने के लिये दर दर की ठोकरें खानी पड़ी परन्तु सरकार पाँच दिनों तक मूक दर्शक बनी रही और आज भी सरकार हत्याकांड में शामिल आरएसएस से जुड़े नेता के परिवार के लोगों को बचाने का काम कर रही है वीआईपी के नामों उजागर करने में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है चाहे वह उत्तरकाशी की घटना हो या कुमाऊँ के जगदीश की मौत की घटना हो सभी फेल क़ानून व्यवस्था के कारण घटित हुई दूसरी ओर सरकार ने जब विधानसभा भर्तियों को निरस्त कर दिया तो भर्ती देने वाले को अभी तक क्यों मंत्री मण्डल में बना रखा है कहीं ना कहीं ये भाजपा सरकार का दोहरा चरित्र है सरकार को तत्काल प्रभाव से प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करना चाहिये ।
शिक्षावीद हिमांशु रावत ने कहा कि अंकिता को न्याय दिलाना हर नागरिक की ज़िम्मेदारी है क्यूंकी हम सभी के घरों में हमारी बेटी , बहन और मातायें हैं जो कल इस बलातकारी विचारधारा का शिकार हो सकती हैं और सभी को सरकार के ऊपर दबाव बनाने के लिए आगे आना चाहिए हिमांशु ने कहा के सरकार युवा विरोधी है जो छात्रों को अवसाद की ओर धकेल रही है और आत्मदाह के लिए मजबूर कर रही है अगर सरकार ने सुध ना ली तो परीनाम भयावह होंगे ।
शकुंतला रावत ने कहा कि हमें अंकिता के साथ साथ हर उस युवा के न्याय की लड़ाई लड़नी चाहिये जिनके साथ इस सरकार में अन्याय हो रहा है l टिकम सिंह ने कहा के आज पूरे प्रदेश में एक के बाद एक आपराधिक घटनायें हो रही हैं परन्तु कोई सुध लेने वाला नहीं गाँव में होने वाले अपराधों पर पुलिस राजस्व पुलिस का मामला कह कर पल्ला झाड़ने का काम करती है। राजेन्द्र गेरोला ने कहा के इस आंदोलन को हमें दबने नहीं देना है हमें अब सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन करने होंगे।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक दीपक जाटव व मीडिया प्रभारी संजय सिल्सवाल ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम में विजयपाल रावत, उषा चौहान, राजेन्द्र गैरोला, टीकम सिंह राठौर, अरविन्द हटवाल सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे। धरने में जयेन्द्र रमोला, सुरेन्द्र नेगी, पार्षद राकेश सिंह, पार्षद देवेंद्र प्रजापति,जितेंद्र पाल पाठी,गौरव राणा, पार्षद जगत सिंह नेगी, प्रवीण जाटव, दिनेश उत्तराखंडी,योगेश पाल, गौरव कुमार राणा, सन्नी प्रजापति, सुमित त्यागी, जतिन जाटव,सरोज़नी थपलियाल, संजय सिलस्वाल, बी एस पयाल, हरि राम वर्मा, आशु नेगी, विक्रम भंडारी, विनोद रतूड़ी, राजेंद्र प्रसाद कोठारी, हरि सिंह नेगी, बनवीर सिंह नेगी, उमेश कुमार, प्रकाश डोभाल, सोहन सिंह गैरोला, मनोज गुसाईं नवीन देशवाल, कमल सिंह बिष्ट, अशोक शर्मा, मदन सिंह, भगवत रावत, कृष्ण कुमार, अभय वर्मा, सुरेश कुकरेती, सूरज कुमार, जया डोभाल, भगवती रावत, सुनीता नेगी, लक्ष्मी देवी मेहरा, सरोजनी थपलियाल, उषा चौहान, गौरव राणा, एकांत गोयल, देवेंद्र कुमार प्रजापति, दीपक जाटव, विजय पाल सिंह रावत, धीरज डोभाल, हिमांशु, योगेश पाल, राहुल पांडे, अरविन्द हटवाल, राजेंद्र गैरोला, चंदन सिंह पंवार, जे पी नैथानी, शकुन्तला रावत, विमला रावत, देवी प्रसाद व्यास, टीकाराम राठौर, प्रभा जोशी, रुकम बहुगुणा, दर्शनी रावत, बृजेश डोभाल, सीता पयाल, मनोज सिंह, रविन्द्र प्रकाश, नीरज चौहान, अरविन्द नेगी, ललित सक्सेना, जितार सिंह बिष्ट आदि मौजूद रहे।