कुंवर भाकुनी की रिपोर्ट
जहां एक ओर शासन-प्रशासन सदानीरा कोसी नदी को स्वच्छ और पर्यावरण मुक्त बनाने की मुहिम को लेकर कोसी पुनर्जनन योजना जैसे ड्रीम प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। वहीं दूसरी ओर कोसी नदी में सैकड़ों लोग सैर सपाटे और नहाने के नाम पर चारों ओर गंदगी का अंबार फैला रहे हैं। तहसील सोमेश्वर के अंतर्गत पातलीबगड़ क्षेत्र के आसपास कोसी नदी में बने तालाबों में नहाने के लिए अल्मोड़ा, रानीखेत आदि शहरों से लोग अवकाश के दिन पहुंच रहे हैं। यहां नहाने के अलावा लोग मौज मस्ती तथा सैर सपाटा कर चारों ओर प्लास्टिक की सामग्री फैला रहे हैं।
हैरानी की बात यह है कि कोसी नदी के दोनों ओर दर्जनों बीयर और शराब की खाली बोतलें बिखरी हुई हैं। यही नहीं लोगों ने यहां जगह-जगह पत्थरों के चूल्हे बनाकर चिकन, मटन और मछली पकाने का काम भी किया है। जिसकी गवाही यहां पड़े हुए डिस्पोजल प्लेट और जहां तहां फैली हड्डियां दे रही हैं।
आम आदमी पार्टी के विधानसभा उपाध्यक्ष शमशेर आर्यन ने जिला प्रशासन तथा पुलिस थाना सोमेश्वर में मामले की शिकायत की है। उनका कहना है कि इस क्षेत्र से अनेक गांवों का पैदल मार्ग भी है। तथा स्कूली बच्चे भी यहां से आवाजाही करते हैं। जगह-जगह फैली आपत्तिजनक सामग्री से ग्रामीण परेशान हैं। तथा इससे भावी पीढ़ी को भी गलत संदेश जा रहा है। बताते चलें कि यहां से लगभग 10 किलोमीटर आगे कोसी से अल्मोड़ा शहर के लिए पेयजल योजना बनी हुई है। और इस प्रकार की तमाम गंदगी नदी में बहकर पानी को दूषित कर रही है। शमशेर आर्यन ने जिला प्रशासन तथा पुलिस थाना सोमेश्वर से मामले को शीघ्र संज्ञान में लेते हुए कार्यवाही करने की मांग की है।
विदित है कि इस क्षेत्र में अनेक तालाबों में कई भंवर भी हैं। जिनमें पिछले कई वर्षों में कई लोगों की मौत भी हो चुकी है। लेकिन शासन-प्रशासन हाईवे से जुड़े कोसी नदी में हो रहे इस प्रकार की गतिविधियों से बेखबर बना हुआ है।