कुलदीप सिंह बिष्ट, पौड़ी
कोरोना महामारी के 2 साल बाद पौड़ी में ऐतिहासिक रामलीला का फिर से मंचन शुरु हो गया है. पहली रात्रि को रामजन्म और शिव पार्वती की पूजा अर्चना के साथ ही रावण का दरबार लगने के साथ ही ऐतिहासिक रामलीला की शुरूवात हो गयी है वहीं इस बार कोरोना गाइडलाइन का ख्याल रखते हुए रामलीला का आयोजन रामलीला कमेटी द्वारा बखूबी किया जा रहा है जिससे कोरोना का साया रामलीला में खलल न डाले, रामलीला के पात्रों को डबल वैकसीन या फिर सिंगल वैक्सीन लगने के बाद ही पात्र अपने किरदार को अपनी विशभूषा में उतरकर यहां बखूबी निभा रहे हैं रामलीला में कई पात्र ऐसे भी है जो पिछले 10 सालों से अब तक अपनी सेवा को यहां निष्वार्थ भाव से देते आये हैं इस बार कोरोना दौर के चलते रामलीला को सूक्ष्म रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है जिसमें महज 60 पात्र की रामलीला अलग अलग किरदार निभायेंगे वहीं पात्रों की माने तो भले ही भारत नयी सदी में पहुंचकर डिजीटल युग से जुड चुका हो और रामलीला को कई दफा टीवी शो में देखा भी गया है लेकिन यहां रामलीला मंचन की वो पुरानी परमंपरा आज भी कायम है जिसका रामलीला मैदान में पहुंचकर दर्शक और बाहरी शहरो से पहुंचे लोग यहां रामलीला का बखूबी लुफत भी उठाते हैं।