हल्द्वानी हिंसा में अब तक पिता-पुत्र समेत छह लोगों की मौत हल्द्वानी में हिंसाः शरीर पर पड़ते रहे पत्थर, जान बचाने की जद्दोजहद करते रहे लोग, बचने की कोई गुंजाईश न दिखी वही आप को बता दे कि
हल्द्वानी में हिंसा के बाद सैकड़ों लोग घायल हुए। पुलिस ने लोगों ने अस्पताल में भर्ती कराया जहां लोगों का इलाज चल रहा है वहीं, अब तक की जानकारी के मुताबिक, हिंसा में पिता-पुत्र समेत छह लोगों की मौत हो गई है
हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रशासन ने उपद्रवियों के विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। देवभूमि उत्तराखण्ड में कानून व्यवस्था बिगाड़ने वाले किसी भी दंगाई को बख्शा नहीं
जाएगा
हल्द्वानी में कब क्या हुआ
3:00 बजे अतिक्रमण हटाने के लिए बनभूलपुरा थाने के पास टीमें जुटने लगी।
4: 23 बजे टीम पुलिस फोर्स के साथ रवाना हुई।
4: 30 बजे टीम मलिक के बगीचे में पहुंची।
4: 40 बजे लोग अतिक्रमण स्थल पर जुटने लगे।
4: 42 पर लोगों ने विरोध शुरू किया।
4: 44 पर लोगों ने पुलिस द्वारा लगाई बैरिकेटिंग हटाना शुरू कर दिया।
4: 51 पर अराजक तत्त्वों ने जेसीबी रोकी।
4: 55 पर हंगामा शुरू हुआ और पत्थर बाजी हुई।
5: 17 बजे अतिक्रमण तोड़न की कार्रवाई शरू की।
5: 20 पर लोगों ने जेसीबी तोड़ी।
5: 24 पर पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आसू गैस के गोले दागे।
5: 35 पर उपद्रवियों ने वाहनों में आग लगाई।
5: 54 पर पुलिसकर्मी घायल हुए।
6: 30 बजे उपद्रवियों ने थाना फूंका।
7:00 बजे घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल भेजा।
7:30 पर सीएम ने बैठकर कर उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिए।
7:48 पर शहर में कर्फ्यू का आदेश जारी हुआ।
7:55 पर उधमसिंह नगर से और फोर्स हल्द्वानी पहुंची।
350 राउंड से अधिक हुई फायरिंग
मलिक के बगीचे के चारों ओर से पथराव में फंसने के बाद किसी तरह पुलिस फोर्स यहां से निकलकर मुख्य सड़क पर पहुंच सकी। मगर यहां भी बनभूलपुरा थाने को आग के हवाले कर दिया गया था। उपद्रवियों को खदेड़ने के लिए पुलिस टीम ने 350 राउंड से अधिक बार फायरिंग की। इसके बाद लोग मौके से इधर उधर होने लगे।