सोमेश्वर। ताकुला ब्लॉक सभागार में ग्राम प्रधानों और सोशल ऑडिट टीम के सदस्यों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। आरोप-प्रत्यारोप के कारण हुए विवाद का हाई वोल्टेज ड्रामा आधी रात तक चलता रहा। विकास खंड ताकुला के ग्राम पंचायतों में चल रहे मनरेगा के कार्यों के सोशल ऑडिट टीम तथा ग्राम प्रधानों के बीच एक दूसरे पर अभद्रता करने के आरोप लगाने से विवाद खड़ा हो गया। इस मामले को लेकर बीती रात्रि 11:00 बजे तक ब्लॉक में हाई वोल्टेज ड्रामा चलता रहा। हालात इतने बिगड़ गए कि मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी।
ग्राम प्रधान संगठन के अध्यक्ष रणजीत नयाल तथा महासचिव कैलाश जोशी का कहना है कि सोशल ऑडिट टीम ने बीते दिनों क्षेत्र के 6 ग्राम पंचायतों का सोशल ऑडिट किया। तथा इस दौरान ऑडिट टीम की महिला सदस्यों ने ग्राम प्रधानों के साथ अभद्रता की। जिसके खिलाफ ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक में ऑडिट सुनवाई के दौरान अपना विरोध दर्ज किया। तथा ऑडिट टीम को बदलने की मांग का ज्ञापन बीडीओ किशन राम आर्य को सौंपा। ग्राम प्रधानों का आरोप है कि ऑडिट के नाम पर ग्राम प्रधानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। जिसे कतई सहन नहीं किया जाएगा।
जबकि ऑडिट टीम के सदस्य गिरधारी मेहरा का कहना है कि ग्राम प्रधानों ने ब्लॉक सभागार में उनके साथ अभद्रता की। तथा उनके मोबाइल छीन कर उनमें से ऑडिट के आंकड़े भी डिलीट कर दिए। इधर ताकुला के बीडीओ किशन राम आर्य ने बताया है कि मनरेगा के कार्यों का सोशल ऑडिट ग्राम पंचायतों में हो रहा है। कल 6 ग्राम पंचायतों के ऑडिट की जन सुनवाई ब्लॉक सभागार में चल रही थी। जहां दर्जनों ग्राम प्रधान बिना बुलाए ब्लाक सभागार में पहुंच गए। और भारी हंगामा खड़ा कर दिया। रात्रि 11:00 बजे तक ब्लॉक कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल रहा। तथा पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद उन्होंने राहत की सांस ली। फिलहाल पुलिस में किसी भी पक्ष ने मामला दर्ज नहीं किया है।
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