देवप्रयाग परिसर का तीव्र विकास हो सकेगा : निदेशक
देवप्रयाग। केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद(नैक) से A++ श्रेणी मिलने पर विश्वविद्यालय में जश्न का माहौल है। विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ परिसर,देवप्रयाग में भी प्राध्यापकों ने एक-दूसरे को बधाई दी।
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग देश के विश्वविद्यालयों द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं को एक निश्चित अवधि में परखता है। गुणवत्ता इत्यादि को लेकर विश्वविद्यालयों को कसौटी पर कस उसे विभिन्न श्रेणियां प्रदान करता है। ए++ श्रेणी उच्चतर श्रेणी होती है। इस बार विश्वविद्यालय को यही श्रेणी मिली,जबकि पिछली बार ए श्रेणी थी। स्पष्ट है कि विश्वविद्यालय में इस बार गुणवत्ता में वृद्धि हुई है।
नैक से ए++ श्रेणी मिलने पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.श्रीनिवास वरखेडी़ ने समस्त प्राध्यापकों,कार्मिकों एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि इस उपलब्धि में समस्त विश्वविद्यालय परिवार का योगदान है। अब हमें और अधिक जिम्मेदारियों के साथ कार्य करना होगा।
देवप्रयाग परिसर के निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने समस्त स्टाफ को बधाई दी और कहा कि उत्तराखंड के लिए भी यह उपलब्धि महत्त्वपूर्ण है,क्योंकि इस राज्य को इस उच्चतर शिक्षा केंद्र की बहुत बडी़ आवश्यकता थी। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही यह परिसर पूर्ण रूप से अस्तित्व में आ जाएगा। ए++ श्रेणी मिलने से इस परिसर का तीव्र विकास तो होगा ही, अनेक सुविधाएं भी मिलेंगी,क्योंकि कुलपति प्रो.वरखेडी़ का इस परिसर पर विशेष फोकस है।
उल्लेखनीय है कि पहले यह विश्वविद्यालय राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान(डीम्ड यूनिवर्सिटी) था। डॉ.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के मानव संसाधन विकास मंत्री रहते इसे केंद्रीय विश्वविद्यालय का दर्जा मिला था। विश्वविद्यालय के देशभर में 12 परिसर हैं। देवप्रयाग 12वां परिसर है। इसकी स्थापना 16 जून,2016 को हुई थी।