देवप्रयाग। नेट और जेआरएफ में सफलता की बड़ी उपलब्धि के बाद केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर को दूसरी बड़ी सफलता प्राप्त हुयी है। परिसर के शास्त्री (बीए) तृतीय वर्ष के 14 छात्रों ने बीएड प्रवेश परीक्षा में सफलता हासिल की है। साथ ही कुछ का चयन केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातकोत्तर में प्रवेश के लिए अखिल भारतीय स्तर की सीयूईटी परीक्षा के माध्यम से भी हुआ है। परिणाम आने के बाद सफल छात्रों ने देर रात अनेक अध्यापकों से आशीर्वाद लिया और मिठाई बांटकर कर जश्न मनाया। निदेशक ने इसे परिसर की अभी तक की बड़ी शैक्षिक उपलब्धि बताते हुए सफल छात्रों को शुभकामनाएं दीं।
श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर, देवप्रयाग में शास्त्री (बीए) तृतीय वर्ष में कुल 45 छात्र थे। कुल 42 छात्रों ने छठे सत्रार्द्ध की परीक्षा दी थी। इनमें लगभग 35 ने विभिन्न विश्वविद्यालयों से बीएड तथा एमए करने के लिए अखिल भारतीय स्तर की प्रवेश परीक्षा दी थी। इनमें केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की बीएड प्रवेश परीक्षा के लिए 13 तथा अन्य विश्वविद्याल के लिए एक छात्र का चयन हुआ। केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लिए चयनित छात्रों में अंशुल पाठक,नवीन उनियाल, आयुष रतूड़ी, भास्कर खंकरियाल,साहिल सेमवाल, तुषार केमनी, उज्ज्वल बलूनी, पंकज पोखरियाल, ध्रुव जोशी,मधु यादव,दलीप,राम शर्मा, पीयूष त्रिवारी शामिल हैं। अंशुल पाठक को केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय की अखिल भारतीय स्तर की बीएड प्रवेश परीक्षा में छठी रैंक प्राप्त हुयी है। राम शर्मा को 138वीं तथा मधु को 151वीं रैंक मिली है। युवराज शर्मा और का चयन अन्य विश्वविद्यालय के लिए हुआ है। वहीं, केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पीजी में प्रवेश की अखिल भारतीय परीक्षा में रविकांत अवस्थी और पीयूष तिवारी का चयन हुआ है।
छात्रों को जैसे परिणाम की जानकारी मिली,वे निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम समेत अनेक अध्यापकों का आशीर्वाद लेने पहुंचे। इसके बाद छात्रों ने मिठाई बांटकर देर रात तक खुशियां मनायीं।
निदेशक प्रो.सुब्रह्मण्यम ने छात्रों को बधाई देते हुए इसी प्रकार उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की। उन्होंने कहा कि पहली बार परिसर को शैक्षिक स्तर पर इतनी बड़ी उपलब्धि मिली है। इन छात्रों ने परिसर का गौरव बढ़ाया है। परिसर में बेहतर से बेहतर शैक्षणिक वातावरण बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि बीएड तथा नेट आदि की तैयारी के लिए हमारे छात्रों को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है। यह सुविधा परिसर में ही दी जा रही है। उधर, परिसर के बेहतरीन शैक्षणिक माहौल तथा सुविधाओं को अपनी सफलता के प्रमुख कारण बताते हुए पीयूष तिवारी,मधु, तुषार, अंशुल इत्यादि सफल छात्रों ने बताया कि परिसर निदेशक समेत अध्यापकों से निरंतर मिले मार्गदर्शन ने उनकी सफलता की जमीन तैयार की।