मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की ताकत को पहचाने तथा इसके विस्तार के लिये आगे आयें, कुमाऊ द्वार महोत्सव जैसे आयोजन हमारी लोक विरासत, लोकगीत, लोक नृत्य के साथ संस्कृति के विविध आयामों से परिचित कराने में मददगार होते हैं। अपनी लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण तथा इसे बढ़ावा देने के लिये राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत हैं। मुख्यमंत्री ने विश्वास व्यक्त किया कि उत्तराखण्ड की पर्यटन व समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण देश व दुनिया में विशिष्ट पहचान बनेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को हल्द्धानी में कृष्णा फाउंडेशन द्वारा आयोजित कुमाऊं द्वार महोत्सव-2023 में प्रतिभाग किया तथा लोक कलाकारों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी अपनी सांस्कृतिक विरासत की ताकत को पहचानेगी तथा इसके विस्तार के लिए आगे आएगी। उन्होंने कहा कि सरकार भी उत्तराखंड की लोक संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। उत्तराखण्ड देश और दुनिया का नम्बर वन पर्यटन प्रदेश बनने के साथ ही अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के कारण शीघ्र ही वैश्विक पटल पर सबसे बड़े कल्चरल हब के रूप में जाना जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बार कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखण्ड की झांकी मानसखण्ड को प्रथम पुरस्कार मिलना प्रदेश की लोक संस्कृति का भी सम्मान है। मुख्यमंत्री ने सभी से अपनी लोक परंपराओं से जुड़ने का भी आहवान किया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य सरकार पलायन जैसी समस्या के निराकरण के लिए भी निरंतर प्रयासरत है। युवाओं के हित में विभिन्न विभागों की स्वरोजगार परक नीतियां बनायी गई हैं हमारा प्रयास अपने युवाओं की क्षमता का उपयोग राज्य हित में किये जाने का है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ’’वोकल फॉर लोकल’’ का नारा दिया है, उसे धरातल पर उतारने हेतु हमारी सरकार प्रतिबद्ध है और इस मेले में प्रदर्शित उत्पाद इसका प्रत्यक्ष प्रमाण भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में हमारा देश हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। हम प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में राज्य के लोगों को रोजगार और स्वरोजगार से जोड़ने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ये प्रधानमंत्री जी के कुशल नेतृत्व का ही परिणाम है कि आज वैश्विक पटल पर हमारा देश विश्व को एक नई दिशा दिखाने का काम कर रहा है। प्रधानमंत्री जी का हमारी देवभूमि के प्रति विशेष लगाव रहा है और इसे हमारे यहां केंद्र सरकार द्वारा संचालित हो रही विशिष्ट परियोजनाओं के माध्यम से समझा जा सकता है। पर्वतीय क्षेत्रों के विकास का कार्य जो पहले एक सपना मात्र लगता था वह आज प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में संभव होता दिख रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष की संज्ञा दी है और इस महोत्सव में मोटे अनाज के कई स्टॉल भी लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री के इसी विजन के अनुरूप ही पौष्टिकता से भरपूर उत्तराखंड के मोटे अनाज को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। इस कार्य में प्रदेशवासियों का निरंतर सहयोग मिल रहा है जिससे उत्तराखंड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूर्ण करने की प्रेरणा प्राप्त हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक समृद्धशाली उत्तराखंड के निर्माण के लिए यह आवश्यक है कि इस प्रकार के आयोजन प्रदेश में प्रत्येक स्थान पर होते रहें।
इस अवसर पर विधायक राम सिंह कैड़ा, अध्यक्ष जिला पंचायत बेला तोलिया, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, संस्था के प्रतिनिधि, लोक कलाकार एवं बड़ी संख्या में स्थानीय जनता उपस्थित थी।