देहरादून। बुधवार को उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री और उनके कार्यकाल में वन महकमे में महत्वपूर्ण पदों पर तैनात रहे वन अधिकारियों पर ईडी की गाज गिरी है। ईडी ने हरक सिंह रावत के कई ठिकानों समेत अनेक आईएफएस अफसरों के घरों पर भी ताबड़तोड़ छापे मारे हैं।
उत्तराखंड के चर्चित आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के घर भी ईडी ने छापा मारा है। सूत्रों के अनुसार छापे में बड़े पैमाने पर रकम मिली है। आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के घर पर मिली करोड़ों की नकदी की गिनती के लिए ईडी ने नोट गिनने की दो मशीनें मंगवाई हैं। हालांकि, इसकी पुष्टि अभी नहीं हो पाई है, लेकिन सुशांत पटनायक के घर समेत कई ठिकानों पर छापेमारी चल रही है।
आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक के घर ईडी अधिकारियों ने दस्तावेज खंगाले हैं। सुशांत पटनायक से पूछताछ भी की है। ईडी की टीम पिछले करीब 8 घंटे से लगातार सुशांत पटनायक के घर पर दस्तावेज खंगाल रही है। खबर है कि टीम को सुशांत पटनायक के घर से भारी मात्रा में कैश भी बरामद हुआ है। उत्तराखंड में महिला से छेड़छाड़ के आरोपों के बाद चर्चाओं में रहने वाले आईएफएस अधिकारी सुशांत पटनायक अब एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट के रडार पर आ गए हैं। ईडी की टीम पिछले 8 घंटे से लगातार सुशांत पटनायक के घर पर जांच कर रही है।
बड़ी बात यह है कि टीम को सुशांत पटनायक के घर से करोड़ों की बरामदगी की हुई है। टीम जहां एक तरफ कई घंटे से जांच कर रही है तो दूसरी तरफ कैश बरामद होने के बाद कैश गिनने की मशीन को भी सुशांत पटनायक के घर पर लाया गया है। बताया जा रहा है कि भारी मात्रा में कैश बरामद होने के बाद इन मशीनों को मंगवाया गया है।
सुशांत पटनायक के घर पहुंची ईटीवी भारत की टीम ने छापा मारने आई टीम से भी बात करने की कोशिश की लेकिन टीम ने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। हालांकि कैश गिनने वाली मशीन को मंगवाने जाने के बाद यह तय हो गया है कि सुशांत पटनायक के घर में भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ है।
दरअसल ईडी की ये छापेमारी आय से अधिक संपत्ति मामले में चल रही है। इनमें कॉर्बेट टाइगर रिजर्व से जुड़ा मामला भी है। कालागढ़ रेंज में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया था। मोरघट्टी और पाखरो में अवैध निर्माण का भी मामला जांच में सामने आया। यहां बड़ी संख्या में हरे पेड़ कटवाने का आरोप है। उस दौरान हरक सिंह रावत उत्तराखंड के वन मंत्री थे। विधानसभा चुनाव 2022 से ठीक पहले हरक सिंह रावत को बीजेपी ने सरकार और पार्टी से निकाल बाहर किया था। हरक ने फिर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी।