दून यूनिवर्सिटी के विरोध को नया दौर देखने को मिला।
विवि प्रशासन लगातार छात्रों को धमका रहा है।
इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर ने पूर्व अध्यक्ष के हाथ से मोबाइल फोन छीन कर फेंक दिया क्योंकि छात्र वीडियो बना रहे थे और साथ मे हाता पाई करने की भी कोशिश की गई।
हम छात्रों की बस कुछ छोटी-छोटी मांगें हैं जो मेस और कैंटीन से संबंधित हैं जो ठीक से काम नहीं कर रही हैं लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन इनका समाधान नहीं करना चाहता है, बल्कि वह छात्रों को पुलिस की धमकी दे रहे है।
बुनियादी जरूरतें जैसे उचित भोजन, स्वच्छता, उचित नियम या कक्षाएं और परीक्षाएं ही ऐसी आवश्यकताएं हैं जो छात्र मांग रहे हैं लेकिन चीजें उचित नहीं लगती हैं।
कड़वी सच्चाई यह है कि विश्वविद्यालय अपने ही एकाधिकार में व्यस्त है, अपने जाने-माने और संकाय के लोगों को भर्ती कर रहा है जो पात्र भी नहीं हैं।
सभी सरकारी नियमों की अनदेखी करते हुए मेस और कैंटीन का संचालन अपनी पसंद के लोगों से करवा रहे हैं।