प्रदेश में लगातार बढ़ रहे घरेलू हिंसा के मामले आए दिन किसी ना किसी बहू, बेटी, पत्नी की जान ले रहा हैं। कुछ मामलों में दहेज के लोभी उन्हें जान से मार डालते हैं तो कुछ केसों में महिलाएं अपनों से इतनी तंग आ जाती हैं कि उन्हें जीने से ज्यादा रुचि मौत में दिखने लगती है। टिहरी से दहेज के दानवों का ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें एक विवाहिता की सास और ननंद ने क्रूरता की सारी हदें पार कर दी हैं।
टिहरी के जाखणीधार निवासी एक विवाहिता के साथ जीवनगढ़ देहरादून में उसके ससुराल वालों ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। 32 वर्षीय पीड़िता प्रीति को उसकी सास सुभद्रा और ननद जया ने दहेज के लिए गर्म तवे से बुरी तरह जला दिया।
मामला तब सामने आया जब पीड़िता की मां सरस्वती अपनी बेटी के ससुराल जीवनगढ़ पहुंची तो उन्हेंत बेटी से मिलने नहीं दिया गया। उसके बाद वह जबरन घर में घुसीं तो उनकी बेटी बेसुद बुरी तरह घायल हालत में मिली। प्रीति की मां सरस्वती ने बताया कि उनकी बेटी को बुरी तरह जलाया गया है। इतना ही नहीं उन्होंदने बच्चों को भी नहीं बख्शा। बेटी के तीन बच्चे इसका विरोध करते थे तो बच्चों को भी मारा जाता था। उनकी बेटी के पति अनूप की मानसिक हालत ठीक नहीं है, जिस कारण सास और ननद उनकी बेटी को मारते थे।
पीड़िता की मां सरस्वती अपनी बेटी को लेकर अपने घर रिंडोल ग्राम जाखणी धार टिहरी पहुंचीं। और ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करवाया। जिसके बाद टिहरी पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सास और ननद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। एसएसपी टिहरी नवनीत भुल्लर ने बताया की मां बेटी को तहरीर के मुताबिक संबधिंत धाराओं में गिरफ्तार कर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। मामले में ससुर सुरेंद्र दत्त भी शामिल है। ससुर आईटीबीपी में तैनात होने के कारण उसकी गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि सुरेंद्र दत्त की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम का गठन किया गया है। जल्द ही गिरफ्तारी कर ली जाएगी।