देहरादून:उत्तराखंड अधीनस्थ चयन आयोग भर्ती घोटाला पर लगातार एसटीएफ परत दर परत दोषियों को दबोच ने में सफल हो रही है और अभी तक एसटीएफ के शिकंजे में 18 लोग आ गए हैं जबकि कई लोगों की जांच चल रही है लेकिन उत्तराखंड का यह घोटाला मध्यप्रदेश के व्यापम घोटाला जैसे प्रतीत होता है इसके लिए अब लगातार सोशल मीडिया से लेकर बेरोजगार संघ और विपक्ष सीबीआई जांच की मांग कर रहा है रैबार पहाड़ को बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पवार ने बताया की यदि सरकार की नियत साफ है तो सरकार इसकी सीबीआई जांच करें जिससे बड़े-बड़े सफेदपोश और नौकरशाह बेनकाब हो सके, वहीं पंवार
ने कहा कि इस घोटाले में सरकार का कोई मंत्री या विधायक लिप्त पाया जाता है तो इसी तरह सीएम पुष्कर सिंह धामी के तेवर रहेंगे या? फिर जांच को प्रभावित किया जायेगा? इस पर बॉबी पवार ने संदेह जताया है और बॉबी पंवार ने साफ शब्दों में कहा कि सरकार को इसकी सीबीआई जांच करानी चाहिए, साथ बॉबी पवार ने कहा कि इस घोटाले में सरकार के कोई मंत्री विधायक और अधिकारियों की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है वही उन्होंने कहा प्रदेश में इतना बड़ा युवाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा था और हाकम सिंह जैसे लोग युवाओं की प्रतिभाओं का सरेआम कत्ल कर रहे थे लेकिन सरकार कुंभकरणीय नींद में सोई हुई थी,।
पूर्व की भर्तियों में घपले की शिकायतों की जांच हो
उत्तराखंड बेरोजगार संघ के बॉबी पंवार ने कहा है कि पूर्व की जितनी भी भर्तियों में घपले की शिकायतें सामने आ रही हैं, उनकी भी जांच होनी चाहिए। चाहे मामला मौजूदा वीपीडीओ भर्ती का हो या फिर फॉरेस्ट गार्ड अथवा 2016-17 में पंतनगर यूनिवर्सिटी द्वारा संचालित असिस्टेंट इंजीनियर (Assistant Engineer) भर्ती तथा अन्य भर्तियों में आ रही शिकायतों का मामला हो। उन्होंने कहा कि कम से कम जिन संदिग्धों के नाम पूर्व की इन भर्तियों में पैसे ले देकर नौकरी लगाने और लगने की शिकायत आ रही है, उनकी गिरफ्तारी कर पूछताछ होनी चाहिए। तभी प्रदेश के बेरोजगारों को सही मायने में न्याय मिल सकेगा।
सीबीआई जांच से दिक्कत क्या ?
बॉबी पंवार ने कहा कि यदि वास्तव में सरकार की नीयत साफ है तो भर्ती घपले की सीबीआई जांच में कराने में दिक्कत क्या है। सीबीआई जांच से दूध का दूध और पानी का पानी होना तय है। इसलिए प्रदेश सरकार से इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की पुरजोर मांग करते हैं।
पूर्व विधायक सजवाण ने उठाए सवाल
उत्तराखंड कांग्रेस कमेटी के प्रदेश उपाध्यक्ष व गंगोत्री के पूर्व विधायक विजयपाल सिंह सजवाण ने कहा कि उत्तराखंड में वीपीडीओ भर्ती परीक्षा घपला वास्तव में बेहद गंभीर मसला है। सरकार को जांच के दायरे में आ रहे सभी लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई से पीछे नहीं हटना चाहिए। इसमें सरकार की जरा सी लापरवाही आने वाले समय में उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कहलाया जाएगा। कांग्रेस इस पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग करती है। उन्होंने सवाल उठाया कि इसमें संलिप्त बड़ी मछलियों पर सरकार की कार्रवाई कब होगी?