रैबार पहाड़ का: उत्तराखंड को पहली वंदे भारत ट्रेन की सौगात मिल गई है। देहरादून से दिल्ली के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। देहरादून रेलवे स्टेशन से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव और सीएम धामी ने देहरादून स्टेशन पर वंदे भारत के यात्रियों से बातचीत भी की। Pm modi cm dhami flags off first vande bharat express to uttarakhand between delhi and dehradun
900-1650 रुपए होगा किराया
दिल्ली-देहरादून के बीच संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस में चेयर कार का किराया 900 रुपये और एग्जीक्यूटिव चेयर कार का किराया 1695 रुपये होगा। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने बताया उत्तराखंड और देश की राजधानी को जोड़ने वाली यह पहली वंदे भारत ट्रेन है, जबकि उत्तर रेलवे की ओर से संचालित होने वाली यह चौथी वंदे भारत ट्रेन होगी। अब तक देश में कुल 16 वंदे भारत एक्सप्रेस चल रही हैं। दिल्ली आनंद विहार से देहरादून आने वाली गाड़ी का नंबर 20457 रहेगा, जबकि देहरादून से दिल्ली आनंद विहार जाने वाली गाड़ी का नंबर 20458 रहेगा। सप्ताह में बुधवार को छोड़कर वंदे भारत एक्सप्रेस शेष सभी छह दिन संचालित होगी।
राजाजी ने रोकी औसत रफ्तार
वंदे भारत में कुल आठ कोच और इसकी यात्री क्षमता 570 की है। वंदे भारत ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। वहीं, औसत रफ्तार 63.41 तय की गई है। देहरादून से हरिद्वार के बीच राजाजी नेशनल पार्क क्षेत्र को ध्यान में रखते हुए औसत रफ्तार 60 किमी प्रति घंटा रखी गई है।
वंदे भारत बदलेगी देवभूमि का भविष्य- पीएम मोदी
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पर्वतमाला योजना उत्तराखंड का भविष्य बदलने जा रही है। वंदे भारत ट्रेन शुरू होने से राज्य में आने वाले यात्रियों के लिए फायदेमंद होगा। वंदे भारत भारत के सामान्य परिवारों की पहली पसंद बनती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड आज जिस तरह से कानून-व्यवस्था को सर्वोपरि रखते हुए विकास के अभियान को आगे बढ़ा रहा है वो बहुत सराहनीय है। मेरा विश्वास है कि ये देवभूमि आने वाले समय में पूरे विश्व की आध्यात्मिक चेतना के आकर्षण का केंद्र बनेगी। हमें इस सामर्थ्य के अनुरूप भी उत्तराखंड का विकास करना होगा।
इससे पहले, इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि यह रेलवे का स्वर्णिम युग है। स्वदेश में निर्मित सेमी हाईस्पीड ट्रेन यहां से चलने जा रही है। जल्द ही दुर्गम इलाकों में भी ऐसी ट्रेनें चलाई जाएंगी। पहाड़ के लिए यह सब सपना था। जल्द ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक ट्रेन चलेगी।