गुलदार आधे घंटे से अधिक समय तक ओपीडी, इमरजेंसी और वार्डों के बाहर बेखौफ घूमता रहा।इस दौरान उसने वहां मौजूद एक कुत्ते के बच्चे को भी मार डाला। वार्डों में भर्ती मरीजों और अस्पताल स्टाफ की जान बाल-बाल बच गई। गुलदार के हॉस्पिटल में विचरण की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरों में कैद हुई है। चिकित्सालय प्रशासन ने वन विभाग से कार्रवाई की मांग की है। वहीं, इस घटना से दहशत का माहौल है।
सोमवार की रात करीब 11.30 बजे एक गुलदार राजकीय चिकित्सालय के अंदर घुस आया। गुलदार अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर में ओपीडी, इमरजेंसी सहित स्टाफ रूम तथा वार्डों के बाहर बेखौफ होकर घूमता रहा। इस दौरान गुलदार ने वहां मौजूद कुत्ते के बच्चे को भी मार डाला।
गुलदार प्रथम तल में ऑपरेशन थियेटर के पास गैलरी में भी विचरण करता दिखा। वार्डों में भर्ती एक दर्जन से अधिक मरीज और उनके तीमारदार मौजूद थे। रात्रि ड्यूटी में चिकित्सालय स्टाफ के भी कई लोग अस्पताल में थे। लेकिन देर रात का वक्त होने के कारण कोई भी कंपाउंड में मौजूद नहीं था।कुत्ते पर हमले की आवाज सुनकर इमरजेंसी में तैनात एक कर्मचारी के गुलदार को चिकित्सालय कंडपाउंड में देख होश उड़ गए। हो-हल्ला मचने पर गुलदार वहां से निकलकर जंगल की तरफ भाग गया। गुलदार करीब 12.05 मिनट तक चिकित्सालय के अंदर कंपाउंड में बेखौफ होकर विचरण करता रहा।डेढ़ साल पहले भी घुसा था गुलदार अस्पताल के सीएमएस पांडे ने बताया कि करीब डेढ़ साल पहले भी एक गुलदार अस्पताल में घूस गया था। वहीं अब सोमवार देर रात अस्पताल में गुलदार घूसने से अस्पताल कर्मियों में खौफ का माहौल बना हुआ है। उन्होंने बताया कि घटना के बारे में वन विभाग के अधिकारियों को लिखित जानकारी देकर सुरक्षात्मक कदम उठाने की मांग की है।
बाल-बाल बची मरीजों परिजनों की जान देर रात की इस घटना में लोगों की जान बाल-बाल बच गई। कंपाउंड में लोगों के मौजूद होने पर गुलदार उन पर हमला कर सकता था। गुलदार के चिकित्सालय में विचरण की पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई है।
गुलदार ने अस्पताल के अंदर एक कुत्ते के बच्चे को मार डाला। जबकि चिकित्सालय परिसर में रहने वाला एक कुत्ता लापता है। गुलदार के आतंक से अस्पताल कर्मियों में हड़कंप मचा हुआ है। विभाग को इसकी सूचना दे दी गई है। डॉ. केके पांडे, सीएमएस