उत्तराखंड कांग्रेस के मीडिया प्रभारी राजीव महर्षि ने कहा की कांग्रेस पर तुष्टिकरण का आरोप लगाने वाली भाजपा आज तृप्तिकरण पर उतर आई है। भाजपा नेता और उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स का मदरसों को आधुनिक बनाने के विचार पर मैं उन्हें शुभकामना देना चाहूंगा लेकिन उनकी आधुनिक शिक्षा की बात महज हवा हवाई है। उनकी कार्यक्षमता किसी से छिपी नहीं है। ये लोग जुबानी जमाखर्च के माहिर हैं, सिर्फ और सिर्फ जुमले उछालना ऐसे लोगों की फितरत को प्रदेश की जनता बखूबी जानती है।
राजीव महर्षि ने कहा कि पिछले आठ वर्ष से हम देखते आ रहे हैं कि भाजपा ने केवल शिगूफा छेड़ा है। प्रधानमंत्री मुसलमान बच्चों के एक हाथ में कुरान और एक हाथ में लैपटॉप का जुमला उछालते आ रहे हैं और आज उसी रिकॉर्ड को शादाब शम्स बजा रहे हैं। लाख टके का सवाल यह है कि भारी भरकम संसाधनों वाला वक्फ बोर्ड सिर्फ सात मदरसों में ही क्यों प्रयोग करना चाहते हैं जबकि उनके अधीन सौ से अधिक मदरसे हैं। इससे उनकी प्रतिबद्धता जाहिर हो जाती है। शादाब को पता है कि वे अपने मंसूबे में सफल नहीं हो सकते, इसलिए सिर्फ सात मदरसों को आधुनिक शिक्षा से जोड़ने की बात कर रहे हैं, वह भी अगले शिक्षा सत्र से। यदि उन्हें अपनी काबिलियत और हुनर पर भरोसा है तो क्यों नहीं वक्फ बोर्ड के अधीन तमाम मदरसों में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू कर देते जबकि नए शिक्षा सत्र के लिए पर्याप्त समय है किंतु यह निर्विवाद सत्य है कि भाजपा का वास्तव में ऐसा कोई इरादा है नहीं, वे सिर्फ चर्चा में बने रहने के लिए इस तरह की जुमलेबाजी कर रहे हैं। इन लोगों का अल्पसंख्यकों की बेहतरी से कोई मतलब नहीं है। यदि ऐसा होता तो बीते आठ साल में इसके नतीजे सामने आए होते।