देखें आदेश, पंचायतों की जिम्मेदारी अब प्रशासकों के कंधों पर
नवंबर 2019 में गठित हुईं थी त्रिस्तरीय पंचायतें
देहरादून। उत्तराखण्ड में गांव की सरकार अभी नहीं बनेगी। एक साल से टल रहे निकाय चुनाव की तरह पंचायत के चुनाव भी समय पर नहीं हो पाएंगे।
सरकार ने हरिद्वार जिले को छोड़कर शेष 12 जिलों की पंचायतों में प्रशासक नियुक्त कर दिए हैं। एसडीएम को क्षेत्र पंचायत व सहायक जिला विकास अधिकारी को ग्राम पंचायतों में छह महीने के लिए प्रशासक नियुक्त किया है।
सचिव चंद्रेश कुमार की ओर से मंगलवार को जारी आदेश में कहा गया कि पंचायतों का कार्यकाल।खत्म होते ही प्रशासक कार्यभार ग्रहण करेंगे।
उत्तराखण्ड में नवंबर 2019 को ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायत का गठन किया गया था। हरिद्वार जिले को छोड़कर बाकी 12 जिलों में नवंबर 2019 में त्रिस्तरीय पंचायतों का निर्वाचन सम्पन्न हुए थे।
क्षेत्र पंचायत की पहली बैठक 30 नवंबर व जिला पंचायत की पहली बैठक 2 दिसंबर 2019 को हुई थी।