कलश यात्रा के साथ हुआ भागवत का शुभारंभ आचार्य ममगाईं
लस्या रुद्रप्रयाग के उछना गॉंव में देव डोलियों के साथ कलश यात्रा में सैकड़ो की संख्या में पीत वस्त्रों के साथ सिर पर कलश लिए हुए ढोल दमाऊ की थाप में गोविंद बोलो हरि गोपाल जय जय की गूंज में झूमा उछना गौं आज नागेंद्र देवता शिव शक्ति के रावल(बाकी) कुंवर सिंह रावत जी की वार्षिक तिथि पर नागेंद्र और जगदम्बा शिव शक्ति की डोलियां आमकोटी से कथा व्यास प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं जी एवम भागवत पुराण को सिर पर लिए हुए मुख्य यजमान प्रबल रावत कतारबद्ध महिलाएं पीत वस्त्र में गोलोक धाम धरा पर आ गया हो ऐसा प्रतीत हो रहा था नागेंद्र शिव शक्ति की वेंदी में नागेंद्र देवता के जल स्रोत से कलश के रूप में आये जल से आचार्य भानु प्रसाद ममगाईं जी के साथ अन्य ब्राह्मणों ने नागेंद्र देवता शिव शक्ति की डोली व शालिग्राम भगवान का अभिषेक किया वही आज कथा में प्रथम दिवस में प्रसिद्ध कथावाचक आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं जी ने कहा भागवत जिस परिवार व क्षेत्र में होता है व समर्पण भाव जो रखते हैं उनका भाग्य बदल जाता है अनुकूल परिस्थिति बन जाती है भावी पीढ़ी फलती फूलती है और पितरों को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है धुंधकारी जैसा कुकृत्य कर्म वाला और जीवात्मा गौ कर्ण जैसे सरल स्वभाव वाले ज्ञानी ने श्रीमद्भागवत सुनाकर जो शब्द सपर्श रूप रस गन्ध सप्त ग्रंति से मुक्त कर जो नही समझे उनको समझाकर सावन के महीने पुनः भागवत कर परमधाम की प्राप्ति करवाई आदि प्रसंगों में आज विशेष रूप से मंगला देवी रावत, प्रबल रावत, नैन सिंह रावत, महावीर रावत, धनवीर सिंह रावत, अवतार सिंह, पुष्कर सिंह, मुकेश सिंह, प्रधान सोहन सिंह रावत देव सिंह कपूर सिंह काथक सिंह रावत, दीपा रावत ,रघुवीर सिंह रावत, धनवीर सिंह रघुवीर सिंह पूर्व प्रधान महिमा नंद ममगाईं शिवराज सिंह विक्रम सिंह दिगम्बर रावत गुड़ु रावत नागेंद्र ममगाईं आचार्य भानु प्रसाद ममगाईं आचार्य संदीप बहुगुणा आचार्य संदीप ममगाईं आचार्य रामप्रसाद ममगाईं आचार्य आशीष ममगाईं आचार्य अंकित केमनी आचार्य अशोक शर्मा आचार्य सुरेश जोशी आचार्य शुक्ला जी आदि भक्त गण भारी संख्या में उपस्थित रहे