रामरतन सिह पंवार/जखोली
जखोली- राजकीय महाविद्यालय जखोली में दो दिवसीय ऑनलाइन राष्ट्रीय वेबीनार आजादी का अमृत महोत्सव से 30 सितंबर को सकुशल संपन्न हुआ। मुख्य संरक्षक प्रो0 पी0के0 पाठक जी निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड एवं संरक्षिका प्राचार्य डॉ (कु0) माधुरी जी के आशीर्वचन, निर्देशन से कार्यक्रम की शुरुआत हुई। मंगलाचरण डॉ0 भारती, डॉ नौगांई व सरस्वती वंदना छात्र-छात्राओं द्वारा की गई। महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ (कु0) माधुरी जी ने अपने संबोधन में अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव हम सबको मिलकर मनाना है, जन- जन की भागीदारी से आत्मनिर्भर भारत बनाना है यह उत्सव स्वतंत्रता आंदोलन में अमर शहीदों के योगदान को नई पीढ़ी तक बताकर एक जागरूकता, शिक्षा व एकता का संदेश देता है, जिसकी शुरुआत 12 मार्च 2021 से शुरू होकर यह कार्यक्रम आजादी की 75 वीं वर्षगांठ पर चल रहा है। कार्यक्रम वेबिनार के संयोजक डॉ0 बबीत कुमार बिहान ने कहा कि देश को आजादी कैसे मिली इस पर प्रकाश डाला व देश की स्वतंत्रता में रानी गाइदिनल्यू के योगदान पर व्याख्यान भी दिया कहा कि आज आजादी के अमृत महोत्सव में हम सब भी एक पटल पर एकत्रित होकर इसका शैक्षणिक जगत आदि क्षेत्रों में लाभ लेने जा रहे हैं।
वेबिनार के आमंत्रित मुख्य वक्ताओं में श्री बसंत कुमार मौर्य जी असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ0 बी0 आर0 अंबेडकर गवर्नमेंट गर्ल्स पीजी कॉलेज फतेहपुर (उत्तर प्रदेश) ने कहा कि देश की आजादी में महात्मा गांधी जी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है, जिसमें बच्चों, महिलाओं व सभी की भागीदारी रही, मन से भय निकला और सभी एकजुटता के सूत्र में बंधे और भारत छोड़ो आंदोलन आदि का आगाज हुआ जिसमें गांधी जी के साथ सभी लोग मिलकर देश की आजादी के लिए करो या मरो की स्थिति में आकर योगदान दिया, सत्य अहिंसा का संदेश पूरे समाज में गुंजा। दूसरे आमंत्रित मुख्य वक्ता मिस सुनीता चावदा प्राचार्य रूसी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय बालेश्वर जोधपुर (राजस्थान) से रही, चावदा जी ने देश की आजादी में डॉ0 बी. आर. अंबेडकर जी के योगदान एवं अधिकार व कर्तव्य,गांव का विकास, लुक ईस्ट पॉलिसी, जनसंख्या, नक्सलवाद, साइबर क्राइम आदि पर वर्तमान परिपेक्ष में विचार व्यक्त किए। आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ देवेश मणि त्रिपाठी जी असिस्टेंट प्रोफेसर (अर्थशास्त्र) राजकीय महाविद्यालय हतता (कुशीनगर) ने अपने व्याख्यान में देश की आजादी को विश्व परिदृश्य में लेकर व्याख्यान दिया जिसमें विश्व हलचल जेनेवा गुटनिरपेक्षता आदि विषयों पर विचार व्यक्त किए साथ ही गांधी व नेहरू के योगदान को प्रस्तुत किया। संक्षिप्त परिचय व व्याख्यान मॉनिटरिंग डॉ.नंदलाल, डॉ. सुभाष कुमार, डॉ. विकास शुक्ला, डॉ. भारती, सुमित बिजल्वाण, कुमारी सोनम, नवीन कुमार आदि ने किया जिसमें देश की आजादी पर व अन्य लोगों के विचारों की वर्तमान विषय साहित्य व समाज में प्रकाश डालकर चर्चा की। अंत में आमंत्रित वक्ताओं,उपस्थित विद्वान जनो, छात्र-छात्राओं आदि सभी का आभार संयोजक डॉ बबीत बिहान ने किया। डॉ. (कु.) माधुरी जी ने कहा कि यह आज़ादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम एक नई पीढ़ी को नई दिशा सजगता के साथ देगा। डॉ.बबीत बिहान ने कहा कि इस अमृत महोत्सव वेबीनार में सभी विद्वानों के विचारों ने गागर में सागर भर दिया है इनसे समाज जरूर शिक्षा आदि क्षेत्र में लाभान्वित होगा। कार्यक्रम का समापन देश की आजादी में अमर शहीदों के बलिदान की शांति के लिए शांति मंत्र डॉ भारती द्वारा बोलकर किया गया।