- रामरतन सिह पंवार/जखोली
- • बंद पड़े आईटीआई को लेकर क्षेत्र की जनता में भारी आक्रोश
- • 18 सितंबर चिरबटिया बाजार में होगा आंदोलन और आमरण अनशन
- • आज की बैठक में तय हुई भब्य जनादोंलन की रुप रेखा तैयार
- • जनता और जनप्रतिनिधि करेंगे बड़ा आंदोलन
- • 26 सालों से कोई भी सरकार नहीं बना पाई बवन
- • लाखों की मशीन हो रही बर्बाद
- युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चिरबटिया की जनता को है आस
जखोली- जहां सरकार एक तरफ गांव में स्वरोजगार देने की बात कर रही है और हर गांव को हाईटैक बनाने की बात कर रही लेकिन इसकी हकीकत क्या है इसका जीता जागता उदाहरण जनपद रुद्रप्रयाग और टिहरी सीमावर्ती चिरबटिया में बना 1992 से संचालित हो रहे राजकीय औधौगिक प्रशिक्षण संस्थान है जिस पर विगत दो वर्षों से ताला लटका हुआ है… और प्रशिक्षण रोक लगाई हुई है.. जिससे क्षेत्र के गरीब बच्चों का भविषय अधर में लटका हुआ है.. और क्षेत्र के बच्चे तकनीकि शिक्षा से वंचित हैं। वहीं चिरबटिया में बने इस आई टी आई का उदेश्य टिहरी जनपद और रुद्रप्रयाग के बच्चों को तकनीकि शिक्षा से जोड़ना था ।
और जो बच्चे अपनी आर्थिकी के कारण गांव से बाहर जाकर तकनीकि शिक्षा ग्रहण नहीं कर सकते उनको प्रशिक्षित करने के लिए इसी उदेश्य के साथ चिरबटिया में 1992 में आईटीआई की स्थापना हुई थी। लेकिन ये किसी को मालूम नही था की यूपी के समय बना आईटीआई उत्तराखण्ड बनने के बाद बंद हो जायेगा।चिरबटिया आईटीआई में प्रशिक्षण लेने के बाद आज सैकड़ो युवा देश और विदेशों की बड़ी कंपनियों में कार्यरत हैं..वहीं 26 साल बीत जाने के बाद भी आईटीआई भवन का निर्माण न होना क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और सरकार की उदाससीनता को दर्शाता है। आज आलम ये है कि आई टी आई मे करोड़ो रु की लागत वाली मशीनें जंक खा रही है जबकि बंद पड़े आई टी आई को फिर से संचालित करने हेतु चिरबटिया मे जन विकास संस्था के संस्थापक और अध्यक्ष बैशाखी लाल ने जब तक भवन निर्माण नही हो जाता संस्था के कमरे आई टी आई हेतू निशुल्क देने के लिए तैयार है. इस सबंध में मुख्यमंत्री और केबिनेट मंत्री को प्रस्ताव क्षेत्रीय जनता की सहमति पर भेजा था लेकिन सरकार की तरफ से कोई सकारात्मक परिणाम नही आया….,इसी से आक्रोशित होकर क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों और जनता ने जनांदोलन और भूखहड़ताल की ठानी जिस संबध में चिरबटिया के सटे इलाकों से जुड़े गांव के लोगों और टिहरी जनपद के नैलचामी पट्टी से जुड़ी गांव की जनता पहले ही उपजिलाधिकारी जखोली के माध्यम से जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को ज्ञापन दे चुकी है। वहीं 14 सितंबर को लुठियाग के प्रधान दिनेश सिह कैन्तूरा की अध्यक्षता मे एक आम बैठक का आयोजन किया गया… जिसमे कि आन्दोलन को भव्य रुप देने बैठक मे बंद आई टी आई को खोले जाने के समन्ध मे भी चर्चा के दौरान लोगो ने बताया कि एक माह पूर्व क्षेत्रीय प्रतिनिधि मंडल ने अपर मुख्य सचिव से भेट कर इस समंध मे एक ज्ञापन भी दिया था लेकिन इसका भी कोई जबाब नही आया… जिसको लेकर क्षेत्रीय जनता मे रोष व्याप्त है.. वहीं बैठक मे प्रधान दिनेश सिह कैन्तूरा, क्षेत्र पंचायत सदस्य शशी देबी मेहरा,उपप्रधान त्रिलोक कैन्तूरा,पूर्व प्रधानपति कुवर सिंह कैन्तुरा पूर्व प्रधान प्रेम सिह मैहरा,पूर्व प्रधान रुप सिह ,पालाकुराली की प्रधान कमला देबी राणा, सामाजिक कार्यकर्ता सुभाष राणा,कमल सिह सुनील कैन्तूरा, सिह, हिरा,सिह गजेन्द्र सिह,किरत सिह कर्ण सिह मैहरा,सहित लोग उपस्थित थे।