उत्तराखण्ड में भाजपा एक बार प्रचंड बहुमत के साथ मिथक तोड़कर सत्ता में आई है लेकिन सेनापति पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार गए जिसके बाद कई लोगों की सीएम बनने के लिए बांहे खिल गई है। लेकिन सीएम धामी को अपनी हार का समझ नहीं आया हारने के बाद सीएम धामी देवताओं के बाकी ब्रहामणों को पु छतारों में चांवल दिखाने गए तो देवता ने साफ-साफ बोलदेया की तुमारे साथ भित्तरघात हुआ और तुम्हारी कुर्सी को अपने नाम करने के लिए वहीं देवता ने दो लोगों का नाम बताया और कहा कि वह तुम्हारे सामने तुम्हारे बने रहते हैं लेकिन पीठ पीछे तुम्हारी जड़ों में मठ्ठा डालने का काम करते हैं ।अर देवता ने साथ ये दोनों दिल्ली जादा रहते हैं.. और इससे पहले वह दो मुख्यमंत्री की कुर्सी भी खा चूके हैं ..इतना ने देवता ने बताया की इन दों में एक तो न्यूज चैनलों के साथ टोना टोटका करके फर्जी सर्वे भी करवाता है और ये बड़ा छुस्कया टाइप का मनखि है।जब धामी ने पूछा इसका उपाय क्या है तो देवता ने बोला की जब पहले वाले का नुक्सान कर चूके थे तुम्हे सतर्क रहना चाहिए था..वहीं देवता ने बताया की अब बात दिल्ली थान पर है …वहीं देवता ने बताया की ये दो आदमी सतपाल महाराज,डॉ धन सिंह रावत पर भी भित्तरघात लगाई पर उनके ग्रह सही चल रहे थे नहीं तो ये उनकी राजनीति की बलि चढ़ाकर एक छत्र राज करना चहाते थे..लेकिन धन सिंह के कुल देवी अर महाराज के नगेला ने उनकी राजनीति बचाली ..धामी की हार के बाद सभी प्रत्याशी गणत करवाने गए नरेंद्र नगर के विधायक सुबोध उनियाल भी लगभग चार जगह चांवल दिखा चूके है,देवता ने साफ साफ बोला कि तु जिस जगह जाने की सोच रहा अभी वहां जाने के लिए 10 साल और हैं वहीं सुबोध उनियाल को देवता ने कहा कि तु अजीत डोभाल नामक मनखी को अपने साथ ले जायेगा तो तेरा 1 प्रतिशत काम हो सकता है ..और देवता ने साफ साफ बोला की तु अपणा घमंड़ और जुबान पर लगाम नहीं रखेगा तो समझ तेरी राजनीति खतम हैं ..वहीं सुबोध उनियाल ने सीएम बनने के लिए लाल कपड़े पर एक सिरफल तीन लोंग चार सुपारी रखकर जैब में दिल्ली के थान के चक्कर काट रहे हैं .. और देवता ने सुबोध उनियाल को बोला कि इससे पहले दो मुख्यमंत्रियों की छोटी मोटी बात तु दिल्ली थान तक पोंछोंता था,,,बोल नी पोंछदू थो हां सुबोधन हां बोली अर सवा ग्यारहा रुपया डंडकर रखा,इसके बाद रमेश पोखरियाल निशंक हर थान पर जा रहे हैं और हर उपाय कर रहे हैं जब निशंक देवता के पास गए तो देवता उनको देख कर घरिया गया और बोला की जैसे तु सोच रहा वैसे नहीं होगा..लेकिन देवता के कहने के बाद भी निशंक कचर कचर लगा है कल देवता स्वीणा में आया और कहा तु विपरित काम क्यों कर रहा खबरदार च्यते जा…वहीं निशंक अर अनिल बलूनी एक प्रतिष्ठित देवता में गए और दोंनों ने मंगत मांगी कि या निशंक भेजी को सीएम बनाओ या मुझे बनाओं में शाम दंड़ भेद सब चीज अपनाने के लिए तैयार हूं पर क्वी और नी बणियों चेंदू । देवता न झलेक तैं बोली खबरदार मैरा मैत्यू का बूरा सोचेगा तेरा भला नही होगा जब तक मेरा मैती नहीं चाहेंगी तेरी कितनी भी पहुंच हो सीएम नहीं बन सकता है..वैका बाद उनका चित नही बुझा और वह निर्मल बाबा के पास गए तो निर्मल बाबा ने कहा कि जब तक तुम रावतों के बारे में भला नहीं सोचोगे तब तक कुछ नहीं होगा… उसके बाद फिर वह दुध्या नरसिंग के पास गए और नरसिंग ने टिमरु का डंड़ा अर चाबूक निकाला और कहा कि उपाय करों पांच साल बाद सफलता मिलेगी..नरसिंह ने उपाय बताया की जु घात तुम्हारी और पर लगा रखी है वह तुम्हारी तरफ आ गई और भारी नुक्सान होगा अब दोंनों भेजी भूला 21 सौ रुपए डंडकर रख पीले कपड़े में सिरफल सतनाजा , सात गंदेरों का पानी, सात जगह की मिट्टी को खूब रंग बिरंगा करके कार्तिक आमावास्या को प्रतिष्ठित पंड़ित के हाथ पूजने के लिए कुंभ घाट पर कहा गया है.।.वहीं कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए सतपाल महाराज सिर्फ इसलिए आए थे की उनको सीएम बनना था वहीं महाराज ने सोचा सब देवता के पास जा रहे हैं कई मेरी भी लॉटरी लग जाय वैसे महाराज अपने आप में महाराज हैं वहीं महाराज गढ़ देवी के पास गए और पहले आधा घंटें तक देवी नहीं आई पर जब आई तों चाया परचाया आई और देवी न बोली तुम सर्व संपन च उत्तराखण्ड़ का अमीर लोगों में शामिल हो जरा दान पुण्या करो गरीबों की मदद करो मनोकामना पूरी होगी। और देवता ने कहा कि यूपी का बुल्ड़ोजर बाबा के पास जाओ और वह दो जुबान बोल देंगे तुम्हारा काम हो जायेगा वहीं देवता ने सतपाल महाराज को उपाय बताया की एड़ी आछरी, का दोष है और चोबट्टा पर पुंजण होलू चैत 15 गति शनिवारक सात बामणों सी पूजा करवानी होगी..।तब तक देवी ने महाराज को ज्यूदाल दे रखे हैं..उनको अपने सिरवाणा पर रखना और देवी ने कहा 99 प्रतिशत तेरी तरु पलड़ा भारी च.. वहीं जब सब गए तो डॉ धन सिंह रावत भी अग्वानी वीर के पास राठ क्षेत्र में गए तो देवता खुश हो गया और बोला तेरा ग्रह और घर का देवता नागरजा नससिंहग क्षेत्रपाल त्वे दगड़ी नी होदा त हो गई थी राजनीति हत्या लेकिन राजनीति हत्या ह्वे जांदी दिल्ली बटिन तेरी राजनीति को खतम करने के लिए भाजपा के लोगों ने कांग्रेस के प्रत्याशी के साथ मिला हुआ था..लेकिन देवता ने साफ-साफ बोला की यीं ज्यूदाल 19 तारीख दिल्ली का थान पर ड़ालकर आना और जब सफलता मिलेगी तब मुझे देवता कहना इसलिए धन सिंह रावत बेफिक्र होकर श्रीनग क्षेत्र में डटे हुए है..धन सिंह के अलावा अजय,भट्ट,मदन कौशिक प्रेमचंद अग्रवाल ,ऋतु खड़ूड़ी भी देवताओं के थान के चक्कर काट रही है लेकिन हाथ खाली है।वहीं ऋतु खड़ूड़ी जब न्योता दिखाने गए तो देवता ने साफ बोला की तु स्थान नी बदलदी और योगी जी चुनाव प्रचार में नहीं आते और विनोद रावत मैनेजमेंट नही होता तो जमानत भी नहीं बच पाती है।वहीं देवता ने कहा कि तेरी मां तो लोगों को कह रही है की ऋतु का नाम फाईनल हो गया अब शपथ की तैयारी है।वहीं जब ये प्रत्याशी एक देवता के पास गए तो देवता ने कहा कि अभी तुम्हारी ग्रह चाल है और अखंड फाड़ना पडेगा और काला मुर्गा पूजना पडेगा और रोट प्रसाद काटकर आपस में बांटना पड़ेगा वही देवता ने साफ-साफ बोल दिया कि तुम मौन व्रत धारण कर लो जो होना था वह अमित शाह मोदी ने तय कर लिया और तुम सब ग्यारह ग्यारह रूपए उचाणा रखलो रखलो अपने तकिया के नीचे देवता ने साफ साफ कह दिया की धामी धन महाराज हो सुरेश का योग बन रहा है। टेंशन मत लो जिसको बनना होगा वह बन ही जायेगा आपके मनोरंजन के लिए होली पर विशेष पोस्ट
हमारा इस पोस्ट का उद्देश्य किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नही है और ना ही देवी देवताओ का अपमान करना है यह पोस्ट सिर्फ होली पर मनोरंजन के उद्देश्य से लिखी गई है।
रैबार पहाड़ की तरफ से आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं एवं बधाई
दीपक कैंतुरा
बूरा ना मानो होली है
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