गुरुवार को लखनऊ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से हंस फाउंडेशन के प्रेरणास्रोत माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज ने शिष्टाचार भेंट कर उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड में हंस फाउंडेशन द्वारा सामाजिक,धार्मिक एवं सेवा पटल पर किए जा रहे कार्यों पर चर्चा की।
इसी के साथ भविष्य में उतर प्रदेश में स्वास्थ्य-शिक्षा एवं अन्य सेवाओं का विस्तार करने को लेकर पूज्य माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने माननीय योगी आदित्यनाथ जी से विचार-विमर्श किया।
इस दौरान माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी ने माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को भेंट स्वरूप भगवान बद्रीनाथ एवं बाबा केदारनाथ जी का काष्ठ कला से निर्मित मंदिर प्रदान किया।
माताश्री मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज के लखनऊ आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी माता मंगला जी एवं श्री भोले जी को रामायण,हनुमान चालीसा और एक सिक्का अयोध्या के ‘प्रसाद’ (पवित्र भेंट) प्रदान कर सम्मानित किया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हंस फाउंडेशन की सेवाओं का फलक पूरे देश में गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को अपनी छत्र छाया में नया जीवन और उनकी अभिलाषा को पूर्ण करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह सेवा का वास्तविक मार्ग है। जिसे माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज जी विस्तार दे रहे है और इस मार्ग पर चलते हुए अनगिनत लोगों को सहयोग प्रदान कर रहे। निश्चित तौर पर यह हमारी धार्मिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सेवाओं का मार्गदर्शन है।
इसके लिए मैं श्री भोले जी महाराज एवं माता मंगला जी को बधाई देता हूं। आप इस सेवा के मार्ग पर चलते रहे, स्वस्थ एवं दीर्घायु हो हमारी ऐसी कामना है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी का शिष्टाचार भेंट हेतु अपने व्यस्ततम समय में से समय देने के लिए आभार व्यक्त करते हुए माता मंगला जी देश के 28 राज्यों में हंस फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं से मुख्यमंत्री योगी जी को अवगत कराते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में हम निरंतर सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। स्वास्थ्य-शिक्षा से लेकर कृषि,जल संरक्षण एवं महिला सशक्तिकरण को लेकर राज्य में सेवाओं का विस्तार किया जाना है। इसके लिए माननीय योगी जी का मार्गदर्शन हमें प्राप्त हुआ। इसके लिए हम योगी जी का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हैं।
इस दौरान माताश्री मंगला जी एवं श्री
भोले जी महाराज जी के साथ उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत भी मौजूद थे।