हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर समाजसेवी एवं उद्योगपति महिन्द्र शर्मा को समाज में उनके सकारात्मक योगदान,गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की मदद के साथ-साथ अनेक धर्मार्थ कार्यों के लिए आगामी 25 मार्च को शिमला में आयोजित भव्य समारोह में हिमाचल रतन-2022 सम्मान से सम्मानित करेंगे।
आपको बता दें कि 61 वर्षीय महिन्द्र शर्मा हिमाचल के बढेड़ा राजपूतां से संबंध रखते है। वह नई दिल्ली के इस्कॉन मन्दिर की नवीकरण,पुनरद्धार समिति के वाईस चेयरमैन है। इसी के साथ यमुना नदी के पुनर्रुद्धान के लिए गठित हरी यमुना समिति के उपाध्यक्ष भी हैं।
श्री शर्मा की गणना देश के चोटी के दानबीर उद्योगपतियों में की जाती है। उनकी संस्था देश भर में राष्ट्रीय महत्व की इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण,होटल,फ़ूड प्रोसेसिंग,शिक्षा,रियल एस्टेट की अनेक परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। उत्तराखंड सरकार द्वारा उन्हें हिन्दू धार्मिक मामलों में विशेष रूचि रखने वाले दानदाताओं की श्रेणी में प्रतिष्ठित श्री बद्रीनाथ एवं श्री केदारनाथ मंदिर समिति में नामित किया है,जो कि हिन्दुओं के पावन स्थलों के प्रबंधन का कार्य देखते हैं।
समाजसेवी महिन्द्र शर्मा अनेक धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं। जो कि समाज के दबे कुचले,गरीब और पिछड़े वर्ग के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए निरन्तर कार्य कर रही हैं। इसी के साथ श्री शर्मा दिल्ली के इस्कॉन मन्दिर के नवीकरण,पुनरद्धार समिति के वाईस चेयरमैन हैं,जो मन्दिर की साज-सज्जा का कार्य देख रही है।
इसी के साथ महिन्द्र शर्मा दिल्ली में देश भर से एम्स जैसे अस्पतालों में अपना इलाज करवाने आने वाले गरीब रोगियों को दवाई,स्वास्थ्य उपकरण और खान- पान की सुविधा भी उपलब्ध करवाते है। साथ ही दिल्ली के अस्पतालों के बाहर गरीब रोगियों और उनके परिजनों को पौषाहार प्रदान करने के लिए लंगर की व्यवस्था करते है। साथ ही मैसूर में एड्स से पीड़ित स्ट्रीट चिल्ड्रन्स के इलाज के लिए आशा किरण हॉस्पिटल को नियमित रूप से आर्थिक सहायता प्रदान करते है। उन्होंने श्री केदार नाथ जी के गर्भ गृह में चांदी के आवरण के कार्य को सम्पन्न करने के लिए दो करोड़ रूपये की राशि दान और माता चिंतपूर्णी के मन्दिर में चांदी के आवरण के कार्य को सम्पन्न करने के लिए दो करोड़ रूपये की राशि प्रदान की। श्री शर्मा हरी यमुना सहयोग समिति के वाईस चेयरमैन हैं,यह समिति पावन यमुना नदी की सफाई,यमुना तटों पर पौधारोपण,यमुना नदी में प्रदूषण कम करने सहित अनेक विकास और धार्मिक महत्त्व की परियोजनाओं पर कार्य कर रही है।