जगद्गुरू परमहंस आचार्य को ताज महल में प्रवेश नहीं करने दिया गया. उन्होंने ताजमहल के परिसर में तैनात जवानों को टिकट दिखाया उसके बाद भी उन्हें इंट्री नहीं मिली.आपको बता दें कि जगद गुरू आचार्य अयोध्या से आगरा ताजमहल देखने के लिए पहुंचे, जहां उन्होंने नियमो को ध्यान में रखते हुए टिकट का क्रय कर ताजमहल के अंदर घूमने के लिए गेट पर पहुंचे. जब वो गेट पर प्रवेश करने के लिए पहुंचे तभी वहां मौजूद सीईएसएफ के जवनों ने उन्हें प्रवेश करने मना कर दिया.इस घटना के बाद वो अपना टिकट अन्य विजिटर्स को देकर वापस अयोध्या लौट गए. संत के हुए इस अपमानजनक कृत्य के लिए वहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने उनसे क्षमा भी मांगी.
क्या है पूरा मामला
बता दें कि वे भगवा पहने थे और उनके हाथ में ब्रह्म दंड था, जिस वजह से उन्हें ताजमहल में प्रवेश नहीं दिया गया.गौरतलब है कि आचार्य इससे पहले उस वक्त सुर्खियों में आए थे, जब उन्होंने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग की थी. उस दौरान आचार्य ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि भारत सरकार अगर 2 अक्टूबर तक देश को हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं करती, तो वे जलमग्न हो जाएंगे. हालांकि उस वक्त वो ऐसा कर नहीं पाए थे क्यों कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.