देश के जाने माने न्यूज़ चैनल आज तक के खिलाफ एक्स यूजर्स Boycott Aaj Tak की मुहिम चला रहे हैं
आज तक, भारत की एक प्रमुख न्यूज़ चैनल, विवादों में फंसने की बजाय लोगों को सच्चाई और विश्वसनीय खबरों की ओर मोड़ने का काम करने का मान्यता प्राप्त रूप माना जाता है। लेकिन हाल ही में चैनल की एक खबर ने सोशल मीडिया पर उग्र क्रोध और आपत्ति का केंद्र बना दिया है।
आज तक ने अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर “63 साल के पुजारी ने 12 साल की लड़की को बनाया दुल्हन, शादी की बाड़ में दिए गए अजीब तर्क” नामक एक लेख को साझा किया है, जिसके बाद लोगों में आक्रोश और आपत्ति का स्तर बढ़ गया है। इस लेख में बात की गई घटना के संबंध में व्यंग्यपूर्ण रूप से व्याख्या की गई है, जिसे लोगों ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला माना है।
इसके परिणामस्वरूप, सोशल मीडिया पर #BoycottAajtak नामक हैशटैग ट्रेंड कर रहा है और लाखों की संख्या में यूजर्स आज तक के खिलाफ अपना विरोध जता रहे हैं। इसके साथ ही, यूजर्स ने चैनल से माफी मांगने की मांग भी की है।
इस मामले में लोगों का आक्रोश समझना आवश्यक है। धार्मिक भावनाओं का अपमान करने वाली किसी भी खबर को साझा करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। न्यूज़ चैनलों को सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि ऐसी घटनाओं को न केवल साही ढंग से रिपोर्ट किया जाए, बल्कि उनका समर्थन न किया जाए जो सामाजिक अदालत में गलत साबित होती हैं।
अब यह देखना है कि आज तक कैसे प्रतिक्रिया देता है और क्या वह इस मामले में उचित कदम उठाता है या नहीं। लोगों की आस्था और विश्वास को समझते हुए, समाचार माध्यमों को सावधानी और जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।
इस उठे पूरे विवाद पर जब हमने सच्चाई जानने की कोशिश की और आज तक की उस साबर को पढ़ा। तो कुछ उलट ही सच्चाई सामने आई। आज तक ने जिस मुवक को पुजारी बनाकर पेश किया था। वह पुजारी नहीं चर्च का पादरी था। हालांकि लोगों के निरोध और अपनी फजीहत के बाद आज तक ने अपनी पोस्ट में सुधार किया है। अब चैनल ने पुजारी की जगह पादरी लिखा है। साथ ही खबर के नीचे एक नोट लिखा है। जिसमें लिखा गया है कि इस खबर को लिखते समय त्रुटिक्स Priest का अनुवाद पुजारी हो गया था। जिसे सुधार कर पावरी कर दिया गया है।